जानिए ये चमत्कारी योग आसन जो पुराने से पुराने शुगर को जड़ से खत्म करे।
कई आसन हैं जो मधुमेह को कम करने मे मदद कर सकता हैं लेकिन उनमें से एक है अर्ध मत्स्येन्द्रासन।
अर्धमत्स्येन्द्रासन करने की प्रक्रिया
1. सबसे पहले आप अपनी पीठ सीधी और पैर सामने की ओर सीधे करके चटाई पर बैठेंगे।
2. इसके बाद दाएं पैर को मोड़कर बाएं पैर के कूल्हे को उसके नीचे रखें।
3. अपने बाएं घुटने को दाहिने घुटने के साथ क्रॉस करें।
4. इसके बाद दाएं हाथ से बाएं पैर के अंगूठे को छुएं।
5. अपने बाएं हाथ को मोड़कर अपने दाहिने पैर के कूल्हे पर रखें।
6. इस मुद्रा में 30 सेकंड तक रहें और लंबी सांस लें।
7. छोड़ने के लिए आपको साँस छोड़नी होगी, छाती को सीधा करना होगा और पैरों को सीधा करना होगा।
8. . दूसरी तरफ भी यही दोहराय।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन के फायदे
1. यह पाचन और कब्ज में मदद करता है।
2. घुमाव रीढ़ की हड्डी की लचीलेपन में मदद करता है।
सन का अभ्यास नहीं करना चाहिए।
3. यह कोर मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
4. घुमाव से रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने और मुक्त करने में मदद मिलती है, जिससे रक्त परिसंचरण में मदद मिलती है।
5. घुमाने की क्रिया गुर्दे और यकृत जैसे अंगों के विषहरण में मदद करती है।
अर्ध मत्स्येन्द्रासन की सावधानियां
1. गर्भावस्था और मासिक धर्म के दौरान इस आसन से बचें।
2. यदि आपकी पीठ या रीढ़ की हड्डी में चोट है तो आपको यह आसन नहीं करना चाहिए।
3. आपको अपनी रीढ़ की हड्डी को अपनी लचीलेपन के अनुसार मोड़ना चाहिए।
4. यदि आपने कोई सर्जरी करवाई है तो आपको अर्ध मत्स्येन्द्रासन नहीं करना।
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